बिहार के इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक कॉलेजों में शिक्षकों और शिक्षकेतर कर्मचारियों की नियुक्ति जल्द होगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि जो भी संस्थान बनाये जा रहे हैं, उनमें आवश्यकता के अनुसार तेजी से बहाली करें। जो भी संसाधन की जरूरत हो, उसकी व्यवस्था करें। मुख्यमंत्री बुधवार को एक अणे मार्ग में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग के 893.60 करोड़ की लागत से बने 17 भवनों का उद्घाटन और 193.67 करोड़ से बनने वाले पांच भवनों के शिलान्यास के बाद अपना संबोधन दे रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने तय कर दिया है कि हम किसी चीज को बनायेंगे तो उसका ठीक से मेंटेनेंस करेंगे। जितने भी संस्थान हैं, सबका मेंटेनेंस ठीक ढंग से होना चाहिये। हर जगह साफ-सफाई की व्यवस्था रखें। हमलोगों ने कई उत्कृष्ट भवनों का निर्माण कराया है। पटना में सम्राट अशोक कन्वेंशन केन्द्र बनाया गया, बिहार संग्रहालय एवं सरदार पटेल भवन का निर्माण बहुत अच्छे ढंग से कराया गया।
पटना में बापू टावर बन रहा है, इसमें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बारे में सारी जानकारी मिलेगी। बोधगया में महाबोधि सांस्कृतिक केन्द्र का भी निर्माण कराया गया है। पटना में साइंस सिटी बनाने का निर्णय लिया और उसका नामकरण डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर किया गया है। पटना के अलावा दरभंगा में भी तारामंडल का निर्माण कराया जा रहा है। वैशाली में बुद्घ सम्यक दर्शन संग्रहालय तथा राजगीर में अंतरराष्ट्रीय खेल एकेडमी का निर्माण कराया जा रहा है।
इंजीनियरिंग-मेडिकल यूनिवर्सिटी का संचालन शीघ्र
मुख्यमंत्री ने कहा कि इंजीनियरिंग और मेडिकल यूनिवर्सिटी की स्थापना की जा रही है, जिनका संचालन शीघ्र शुरू होगा। सभी जिलों में इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक कॉलेज के भवन बनाये जा रहे हैं। कुछ जगह बाकी हैं, जिन्हें इस साल के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। इसका आश्वासन अधिकारियों ने दिया है, यह खुशी की बात है। उन्होंने कहा कि किसी को मजबूरी में बिहार से बाहर पढ़ने के लिये नहीं जाना होगा। मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई में लड़कियों को कम-से-कम 35 प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है।
सड़क, पुल-पुलियों का बेहतर निर्माण हुआ
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने कई जगह जाकर नवनिर्मित भवनों का निरीक्षण किया है। सब बहुत अच्छे ढंग से बनाए गये हैं। उन्होंने कहा कि सड़क, पुल-पुलियों एवं भवनों का बेहतर ढंग से निर्माण किया गया है, उनसब का मेंटेनेंस विभाग ठीक ढंग से कराए, इसके लिये इंजीनियरों और कर्मचारियों की जरूरत हो तो उनकी भी बहाली कराएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी छात्र-छात्राएं खूब मन लगाकर पढ़ाई करें। पढ़ाने वाले भी प्रेमपूर्वक पढ़ाएं। सभी पढ़ेंगे तो आगे बढ़ेंगे और इससे बिहार का विकास होगा।
Source : Hindustan