बिहार में रह रहे संकट में फंसे एक एक मराठी परिवार के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) देवदूत साबित हुए. मराठी परिवार सिलेंडर ब्लास्ट में बुरी तरह झुलस गया था लेकिन पटना में बर्न केसेज का सही इलाज नहीं होने के बाद लोगों की जिंदगी खतरे में थी. इसके बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे उनकी मदद के लिए सामने आए और उन्हें एयरलिफ्ट कर पटना से पुणे ले गए जहां उनका समुचित इलाज शुरू हो गया है. मराठी परिवार को पटना से एयर लिफ्ट कराने के लिए सीएम एकनाथ शिंदे खुद देर रात तक जगे रहे और मॉनिटरिंग करते रहे.

इलाज के लिए पुणे भेजे जाने के बाद पीड़ित परिवार एकनाथ शिंदे को भगवान बता रहा है. उनका कहना है कि अगर शिंदे नहीं होते तो उनका परिवार इलाज के बिना तड़प-तड़प कर मर जाता.

40 सालों से बिहार में रह रहा है जाधव परिवार

दरअसल पटना के नागेश्वदर कॉलोनी में महाराष्ट्र के अमोल जाधव अपने परिवार के साथ रहते हैं. जाधव परिवार यहां 1978 से ही रहा है. पटना में उनका व्यवसाय और तीन मंजिला मकान है. इस परिवार के साथ 14 जुलाई को हादसा तब हुआ जब रात के दो बजे अमोल जाधव की पत्नी रोहिणी बाथरूम जाने के लिए जगीं. इस दौरान उन्होंने देखा कि किचन की लाइट जल रही है, रोहिणी जैसे ही किचन की लाइट बंद करने के लिए स्वीच दबाया वहां रखा सिलेंडर ब्लास्ट कर गया. धमाके में अमोल उनकी पत्नी रोहिणी, बेटी लिपिका और बेटा संग्राम गंभीर रूप से झुलस गए.

इलाज के बिना लगातार हो रही थी स्थिति खराब

इसके बाद आसपास के लोग उन्हें इलाज के लिए पीएमसीएच ले गए. जहां प्रारंभिक इलाज के बाद कहा गया कि यहां बर्न केस के इलाज का कोई व्यवस्था नहीं है. पटना के अपोलो बर्न हॉस्पिटल ने भी वेंटिलेटर नहीं होने की बात कहकर इलाज से मना कर दिया. इसके बाद अमोल जाधव के भाई किरण जाधव जो पूणे में रहते हैं और पेशे से डॉक्टर हैं उन्होंने पुणे से फोन कर उन्हें पारस हॉस्पीटल में भर्ती कराया. लेकिन यहां भी बर्न केसेज के लिए कोई अलग व्यवस्था नहीं है. इधर सही इलाज नहीं मिलने से जाधव परिवार की स्थिति बिगड़ती जा रही थी.

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शिंदे ने खुद फोन कर जानी तकलीफ

इसबीच किसी तरह एयर एंबुलेंस से किरण जाधव ने एक मरीज को पुणे पहुंचाया. बांकियों को ले जाने के तीन बार एयर ऐंबूलेंस की जरुरत थी और हर बार के लिए एयर एंबुलेंस का चार्च साढे 10 लाख रूपये था. इसके बाद किरण जाधव निराश हो गए थे. तब मुख्यमंत्री आवास से उनके पास फोन आया, लाइन पर सीएम शिंदे थे. शिंदे ने किरण जाधव से बात की और उन्हें 12 घंटे के अंदर मदद देने का भरोसा दिया. 16 जुलाई की रात साढ़े 11 बजे सीएम ने फोन पर बात की और 17 जुलाई की सुबह पटना में एकनाथ शिंदे की ओर से भेजा गया एयर एबुंलेंस पहुंच गया. जिसके बाद जाधव परिवार का अब पुणे में इलाज चल रहा है.

Source: tv9

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