वैशाली: सुपरस्टार शाहरुख खान पर हाजीपुर न्यायालय में परिवाद दायर किया गया है. शाहरुख खान पर आरोप लगाया गया है कि स्वर कोकिला लता मंगेशकर के अंतिम संस्कार में शाहरुख खान ने कलमा पढ़ा और ‘थूका’. इसी बात को लेकर बजरंग दल के वैशाली जिलाध्यक्ष आर्यन सिंह के एडवोकेट रमेश चंद चंदेल ने न्यायालय में परिवाद दायर किया है. रमेश चंद चंदेल ने बताया कि हमारे मुवक्किल की ओर से न्यायाल में विभिन्न धाराओं के तहत परिवाद दायर किया गया है.
कोर्ट के वर्चुअल मोड में रहने के कारण परिवाद को ई मोड में दाखिल किया गया है. सबूत के तौर पर वीडियो उपलब्ध कराया गया है. जिसमें शाहरुख खान का पूरा वीडियो है. रमेश चंद चंदेल ने आगे बताया कि इसके लिए कानून हमें इजाजत देता है और हम लोग अपनी बात मजबूती से रखेंगे. बजरंग दल के आर्यन सिंह ने कहा कि एक वीडियो हम लोगों ने देखा है, जिसमें स्वर कोकिला भारत रत्न लाता मंगेशकर की श्रद्धांजलि सभा में कलमा पढ़ने और फिर ‘थूकने’ का काम किया गया. यह मर्यादाओं का उल्लंघन है. हम लोग वीडियो के आधार पर शाहरुख खान पर मामला दर्ज कर रहे हैं.
आपको बताएं कि लोग शाहरुख खान पर तरह-तरह के सवाल खड़े कर रहे हैं. दुआ करने के बाद उनके फूंकने का वीडियो वायरल कर रहे हैं. उसी फूंकने को लोग ‘थूकना’ बता कर शाहरुख को ट्रोल कर रहे हैं. जबकि इस्लामिक तौर-तरीकों के मुताबिक, जब कोई शख्स अपने या किसी दूसरे के लिए दुआ करता है तो वह दोनों हाथ उठाकर अल्लाह से मिन्नतें करता है. अरबी में कुरान की कुछ आयतें पढ़ता है. यह एक तरह से अल्लाह से कुछ मांगना या किसी अन्य के लिए दुआ करना है. इसमें किसी के स्वस्थ होने, किसी के लिए नौकरी, या किसी आत्मा की शांति के लिए दुआ या कुछ अन्य हो सकता है. जानकारी दें कि जहां तक ‘थूकने’ के दावे किए जा रहे हैं, तो वीडियो को ध्यान से देखने से ऐसा बिल्कुल भी नहीं लगता है. सोशल मीडिया पर ट्रोल के बीच कई लोग उनके बचाव में भी सामने आए हैं.
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली के मुताबिक, दुआ पढ़कर फूंक मारने को ‘दम’ करना कहते हैं. उन्होंने कहा कि जब कोई बीमार होता या किसी को नजर लग जाती है तो उसके ठीक होने के लिए दुआएं पढ़कर दम किया जाता है. उन्होंने कहा कि अगर किसी बीमार के लिए कोई दुआ की गई है तो उस दुआ को पढ़कर फूंक मारी जाती है. कहा जाता है कि दुआ में कुरान की आयत को पढ़ा जाता है, दम करना उसका असर उस इंसान तक पहुंचाने का एक तरीका है. हालांकि, दुआ के लिए असर के लिए ‘दम’ करना जरूरी नहीं है, लेकिन ऐसा किया जा सकता है.
Input : ETV Bihar