जमुई की दिव्यांग छात्रा के एक पैर से चलकर स्कूल जाने की कहानी मीडिया में आने के साथ ही सीमा के घर अधिकारी पहुंचने लगे हैं। खैरा प्रखंड के फतेहपुर गांव की रहने वाली छात्रा सीमा एक ही पैर से चलकर 500 मीटर की दूरी तय कर स्कूल जाती थी।
जमुई जिला प्रशासन ने सीमा की मदद के लिए कदम बढ़ाए हैं।
डीएम और एसपी समेत अन्य अधिकारियों बच्ची को ट्राईसाइकिल भेंट की। कृत्रिम पैर के लिए नाप भी ले लिया गया है। मौके पर उसे सम्मानित भी किया गया। @SukirtiMadhav @DmJamui @JamuiSp pic.twitter.com/N1fVIrFBKT— Shivam Bajpai (@JBreakingBajpai) May 25, 2022
जमुई की इस बच्ची का वीडियो दिखा. किसी दुर्घटना में इसका एक पैर नहीं रहा. माता-पिता मजदूरी करते हैं और बच्ची पढ़ने के लिए आधा किलोमीटर ऐसे ही जाती है. @iChiragPaswan से गुजारिश है कि बच्ची को एक ट्राइसिकल उपलब्ध करा दें. मीडिया से आग्रह है कि बच्ची की लाचारी का तमाशा मत बनाइएगा.🙏 pic.twitter.com/FMSJbxXgyZ
— Utkarsh Singh (@UtkarshSingh_) May 25, 2022
बच्ची एक पैर पर स्कूल जा रही थी. वीडियो बना, वायरल हुआ, अधिकारी मौके पर पहुँचे और ट्राइसिकल समेत कई सुविधाएँ दीं.
जबकि स्कूल में बच्ची का नामांकन 1 हफ्ते पहले हुआ है. उम्र के आधार पर उसे चौथी कक्षा में एडमिशन मिला. सोचिए कि इस देश में गरीबों के लिए स्कूली शिक्षा का क्या हाल है! pic.twitter.com/T8FKOmzILe
— Utkarsh Singh (@UtkarshSingh_) May 25, 2022
बुधवार को जमुई के डीएम अवनीश कुमार सिंह उसके घर पहुंच गए। जिला शिक्षा पदाधिकारी भी डीएम के साथ थे। डीएम ने सीमा को ट्राईसाइकिल दिया और कृत्रिम पैर के लिए सीमा के पैर का नाप लिया गया । इससे पहले बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी ने ट्वीट कर लिखा कि अब सीमा चलेगी भी और पढ़ेगी भी।
“ट्राइसिकल के साथ ही बच्ची को कृत्रिम पैर भी लगाया जाएगा. स्कूल में एक अतिरिक्त कक्ष भी बनाया जाएगा, साथ ही स्मार्ट क्लास भी शुरू होगा. बच्ची को प्रोत्साहन राशि के साथ ही अन्य तमाम सरकारी सुविधाएँ दी जाएँगी. शिक्षा के प्रति बच्ची की तन्मयता प्रेरणादायी है.”- अवनीश सिंह (@DmJamui) pic.twitter.com/33EjPVbhPE
— Utkarsh Singh (@UtkarshSingh_) May 25, 2022
गांव पहुंचे डीएम अवनीश कुमार ने कहा कि वे सीमा के हौसले को सलाम करते हैं। उन्होंने सीमा की छूटी हुई पढ़ाई पूरी करवाने का निर्देश डीईओ को दिया। डीएम ने बताया कि फिलहाल उसे एक ट्राईसाइकिल दिया गया है। जल्द ही उसे आर्टिफिसियल पैर उपलब्ध कराया जाएगा।
डीएम अवनीश कुमार ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि सीमा के परिवार को सभी प्रकार की सामाजिक सुरक्षा की योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि गांव में जितने भी गरीब परिवार हैं उन्हें आवास योजना से आच्छादित किया जाएगा।
जमुई जिलान्तर्गत खैरा प्रखंड के फतेहपुर गांव की रहने वाली मेधावी बच्ची सीमा के समुचित इलाज की जिम्मेदारी अब “महावीर चौधरी ट्रस्ट” उठाएगा।
चौथी क्लास में पढ़ने वाली दिव्यांग छात्रा सीमा के हौसले बुलंद है। उसका कहना है कि वह पढ़ना चाहती है और टीचर बनना चाहती है। सीमा यह कहते हुए थोड़ी भावुक हो जाती है कि पापा बाहर काम करते हैं, मम्मी ईंट भट्टे में काम करती है। दोनों पढ़े लिखे नहीं हैं।
सीमा महादलित समुदाय से आती है। दो साल पहले सीमा एक ट्रैक्टर की चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हो गई थी। इलाज के दौरान डाक्टरों ने सीमा की जान बचाने के लिए उसके एक पैर को काट दिया था। सीमा की मां ने बताया कि कर्ज लेकर बेटी का जैसे तैसे इलाज तो करवा लिया लेकिन महंगा होने के कारण उसे कृत्रिम पैर नहीं दिला सके। डीएम और प्रशासन के आने से सीमा का पूरा गांव प्रसन्न है।
Source : Hindustan