ऑनलाइन और ऑफलाइन परीक्षाओं में फर्जीवाड़ा करने वाले अंतर्राज्यीय गैंग के दो और सदस्यों को पटना पुलिस की विशेष टीम ने गिरफ्तार कर लिया। अब गिरोह के कुल चार सदस्य अश्विनी सौरभ (तेलहाड़ा, नालंदा), तनेश कुमार (मनेर, रतन टोला), रूपेश कुमार (सुभाषनगर, रामकृष्णानगर) और शिवशंकर कुमार (विक्रम, पटना) पुलिस गिरफ्त में हैं।

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ये सभी बिहार समेत अन्य राज्यों में होने वाली ऑनलाइन परीक्षाओं में भी धांधली करते थे। गैंग के शातिरों का मुजफ्फरपुर में भी ऑनलाइन परीक्षा आयोजित करने वाले सेंटर से जुड़ाव है। मुजफ्फरपुर के परीक्षा केंद्र से भी फर्जी अभ्यर्थियों को बैठाकर ऑनलाइन परीक्षा दिलवाता था। बीते साल बैंकिंग और एसएससी परीक्षा में 16 फर्जी अभ्यर्थियों पकड़े गए थे। इस मामले में सदर थाने की पुलिस दानापुर में गिरफ्तार शातिरों से पूछताछ करेगी।

गिरोह में व्यापमं घोटाले और यूपी में टीईटी परीक्षा में हुई धांधली में जेल गया एक आरोपित भी शामिल है। दोनों फिलहाल पुलिस गिरफ्त से फरार हैं। एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि रेलवे, एसएससी, एमभीआई, टीसीएस, एनटीपीसी, आरआरबी व अन्य परीक्षाओं में स्कॉलर बैठाकर और तकनीक के सहारे ये लोग फर्जीवाड़े का खेल खेलते थे। कैंडिडेट से 30 से 40 लाख रुपये इस गैंग के सदस्य लेते थे।

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● रेलवे, एनटीपीसी-आरआरबी के एडमिट कार्ड आदि बरामद

● गिरफ्तार शातिरों से पूछताछ कर नेटवर्क खंगालेगी पुलिस

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इस गिरोह को पकड़ने के लिये एसआईटी का गठन किया गया था। टीम अब भी कई जगहों पर छापेमारी कर रही है। इस प्रकरण में अभी और भी गिरफ्तारियां होंगी।

-डॉ.मानवजीत सिंह ढिल्लो, एसएसपी, पटना

प्रींटिंग प्रेस से गैंग के कनेक्शन

इस गैंग के कनेक्शन उस प्रेस से भी हैं जहां प्रश्नपत्र छपते थे। कोलकाता स्थित कौशिक प्रेस के मालिक को वाराणसी पुलिस वहां हुई टीईटी की परीक्षा में धांधली के मामले में गिरफ्तार कर चुकी है। इसी प्रेस से इस गैंग के सदस्य भी अलग-अलग परीक्षाओं के प्रश्न-पत्र लीक करवा लिया करते थे।

कई जिलों में खोल रखा था खुद का परीक्षा सेंटर

सेटर ने बड़े स्तर पर ऑनलाइन परीक्षाओं में धांधली करने के लिये खुद का ऑनलाइन परीक्षा सेंटर खोल रखा था। एसएसपी के मुताबिक गिरोह की कमान संभालने वाले अश्विनी सौरभ ने मुजफ्फरपुर के रामदयालु चौक पर नव टेक्नोलॉजी के नाम से ऑनलाइन परीक्षा सेंटर खोला था। उसमें 270 परीक्षार्थी एक साथ परीक्षा देते थे। इसके अलावा गया में दो और पटना के तीन ऑनलाइन परीक्षा सेंटरों में उसके पैसे लगे हैं।

जिले में बीते साल पकड़े गये थे फर्जी अभ्यर्थी

बीते साल फरवरी और अप्रैल महीने में एसएससी व बैंक की परीक्षाओं में मुजफ्फरपुर में 16 फर्जी अभ्यर्थियों को पकड़ा गया था। पूछताछ में फर्जी सेटर और मास्टरमाइंड के संबंध में पुलिस को जानकारी दी थी, लेकिन सदर थाने की पुलिस इस केस में आगे की कार्रवाई नहीं की। केन्द्राधीक्षक स्वाति प्रिया ने सदर थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। मिठनपुरा और भगवानपुर में भी अप्रैल में फर्जी परीक्षार्थी पकड़ाए थे।

पटना SSP मानवजीत सिंह ने बताया कि आरोपियों में से एक यूपी में शिक्षक पात्रता परीक्षा के पेपर लीक में भी शामिल था।

Source : Hindustan

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