सड़क पर हजारों मछलियां बिखरी पड़ी है। लोग मछलियों को लूटने में लगे हैं। कोई मछलियों को बर्तन में डाल रहा है तो कोई पॉलिथिन में डालकर भाग रहा है। किसी ने ढेर सारी मछलियां बोरे में डालने में लगा है। इस बीच वीडियो में एक आवाज आती है। ए भाई! यहां हमारा जान जा रहा है। आपलोग हमारी मछली लूट रहे हैं। ये नजारा है झारखंड के गिरिडीह जिला की। दरअसल, बीते शुक्रवार को गिरिडीह जिला के डुमरी में मछली से लदी पिकअप वैन बीच सड़क में पलट गई। दुर्घटना की वजह से उसमें लदी मछलियां सड़क पर बिखर गई। फिर क्या था? लोग, चालक को बचाने या उसकी मदद करने की बजाय मछली लूटने में लग गए। लोग तो लोग। स्थानीय थाना प्रभारी ने भी नहीं छोड़ा।

मदद करने की बजाय मछलियां लूट ले गए लोग

दुर्भाग्यपूर्ण बात यह भी है कि थाना प्रभारी पर चालक की मदद करने की बजाय उसकी मछलियां लूट लेने का आरोप लगा है। झारखंड में बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। बाबूलाल मरांडी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर पर घटना का वीडियो शेयर करते हुए लिखा है कि शुक्रवार को गिरिडीह के डुमरी में मछली से लदी पिकअप वैन दुर्घटनाग्रस्त हो गई। पुलिस वाले उसकी मदद की बजाय उल्टा गाड़ी को थाने लाकर चालक को प्रताड़ित किया। बाबूलाल मरांडी ने लिखा कि वैन में लदी 8 क्विंटल मछली भी थाना में पुलिसकर्मियों ने लूटा। बाबूलाल मरांडी ने कहा कि गाड़ी छोड़ने के एवज में चालक से 10 हजार रुपये की रिश्वत भी मांगी गई। अपशब्द कहा।

बाबूलाल मरांडी ने पुलिस की कार्यशैली को लताड़ा

बाबूलाल मरांडी ने जो वीडियो ट्वीट किया उसमें पिकअप वैन का चालक घटना की जानकारी देता नजर आ रहा है। पिकअप वैन के चालक ने बताया कि उसकी गाड़ी में 10.36 क्विंटल मछली लदी थी। डुमरी के पास साइकिल सवार को बचाने के चक्कर में वैन पलट गई। गाड़ी में लदी करीब ढाई क्विंटल मछली सड़क पर बिखर गई जिसे लोग लूटकर ले गए। स्थानीय थाना प्रभारी दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। गाड़ी को सीधा कर थाने ले जाया गया। चालक का आरोप है कि थाने में पुलिसकर्मी मछली लूटकर ले जाने लगे। मछलियां कोई कार में लादकर ले गया तो कोई बाइक में। बकौल चालक, मैंने थाना प्रभारी से कहा कि सर मेरी मछलियां ऐसे मत बांटिए नुकसान हो जाएगा तो थाना प्रभारी ने अपशब्द कहते हुए डांटा।

nps-builders

पिकअप वैन चालक ने रिश्वत मांगने का आरोप लगाया

चालक ने यह भी आरोप लगाया कि थाना प्रभारी ने थाने से गाड़ी छोड़ने के एवज में 20 हजार रुपये मांगे और आखिरकार काफी मान-मनोव्वल के बाद 6 हजार रुपये से माने। वाहन चालक ने थाना प्रभारी को पैसे ट्रांसफर करने का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया। उसका कहना है कि वो शिकायत लेकर एसपी ऑफिस गया था लेकिन सुनवाई नहीं हुई। चालक का यह भी आरोप है कि उन्होंने थाना में पुलिसकर्मियों द्वारा मछलियों को लूटे जाने का वीडियो बनाया था लेकिन मोबाइल फोन छीनकर उसे डिलीट करा दिया गया।

Source : Hindustan

Genius-Classes

Muzaffarpur Now – Bihar’s foremost media network, owned by Muzaffarpur Now Brandcom (OPC) PVT LTD

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *