राजधानी पटना से आरा-बक्सर-हरदिया-बलिया तक ग्रीनफील्ड कॉरिडोर बनेगा। चार लेन में इसकी लंबाई 118 किमी होगी और इस पर 8500 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसका निर्माण चार फेज में होगा। यह पूर्वांचल एक्सप्रेस से भी जुड़ेगा। इसके बाद पटना व आरा से दिल्ली की दूरी आधी हो जाएगी। आरा रिंग रोड भी ग्रीनफील्ड कॉरिडोर से जुड़ेगा। इसके लिए 381 करोड़ की लागत से 21 किमी कनेक्टिंग रोड बनाया जाएगा। ये बातें केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहीं। उन्होंने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पटना-बक्सर फोरलेन को जोड़ने वाले कोईलवर सोन नदी में 266 करोड़ रुपए की लागत से बनकर तैयार छह लेन पुल की डाउन स्ट्रीम थ्री लेन (दूसरी लेन) का लोकार्पण किया। इसके साथ ही यह पुल जनता के लिए खोल दिया गया।
पुल की अप स्ट्रीम थ्री लेन (पहली लेन) पहले से ही चालू है। इस तरह अप एवं डाउन स्ट्रीम सिक्स लेन पुल से होकर वाहनों का परिचालन शुरू कर दिया गया। इसी के साथ कोईलवर में वर्षों से घंटों लगने वाले जाम की समस्या से मुक्ति के साथ ही लोगों की चिरप्रतीक्षित मांग भी पूरी गई। पुल के लोकार्पण के लिए कोईलवर हाई स्कूल परिसर में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री आरके सिंह व अश्विनी चौबे, राज्य के कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह, बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह, पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन और पूर्व मंत्री व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने दीप जलाकर किया। केंद्रीय मंत्री गडकरी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में अगले तीन साल में अमेरिका की सड़क के बराबर रोड बनाएंगे। बिहार में आठ ग्रीनफील्ड कॉरिडोर पर एक लाख करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
वाराणसी से औरंगाबाद तक इकोनॉमिक कॉरिडोर बनेगा
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि पटना से बिहटा तक बनने वाली एलिवेटेड सड़क का काम जल्द शुरू होगा। पटना-आरा-सासाराम ग्रीनफील्ड कॉरिडोर बनेगा। इसमें आरा के पास सोन नदी पर तीन किमी लंबा फोरलेन पुल बनेगा। वहीं वाराणसी से बिहार के औरंगाबाद तक इकोनॉमिक कॉरिडोर बनेगा। इसकी लंबाई 192 किमी होगी, जिसमें यूपी में 57 व बिहार में 135 किमी लंबाई होगी। यह झारखंड के धनबाद को भी जोड़ेगा। पटना से बेतिया 165 किमी लंबे ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस पर 65 सौ करोड़ खर्च होंगे। वाराणसी से कोलकाता एक्सप्रेसवे पर दस हजार करोड़ खर्च होंगे। यह यूपी के चंदौली से कैमूर, रोहतास होकर पं. बगाल तक जायेगा।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि बिहार में अब स्टेट हाईवे पर भी विभिन्न शहरों के अंदर 15 नये रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) के निर्माण की स्वीकृति दी गई है। इसके निर्माण पर 700 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे। ये निर्माण विभाग की सीआरएम की नई योजना के तहत होंगे।
अब तक एनएच पर ही विभाग की ओर से आरओबी के निर्माण की स्वीकृति दी जाती थी। इसके अलावा राज्य में 1200 करोड़ रुपये की लागत से 17 अन्य आरओबी का निर्माण किया जायेगा।
वित्तीय वर्ष 2022-23 में राज्य में 25 हजार करोड़ रुपये की लागत से चल रहे सड़कों के निर्माण का कार्य पूरा हो जायेगा। गंगा व सोन नदियों पर 25 हजार करोड़ रुपये की लागत से 17 ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है।
रोड किनारे इंडस्ट्रियल क्लस्टर व लॉजिस्टिक पार्क बनाए बिहार सरकार: केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि बिहार में सड़कों एवं पुलों के निर्माण में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का काफी सहयोग मिला है। इसके चलते सड़क एवं पुल परियोजनाओं में कोई बाधा नहीं आई और समय से कार्य पूर्ण हुए। बिहार में कई फोरलेन सड़कों का इस साल निर्माण कार्य पूर्ण हो जाएगा। साथ ही कई नई फोरलेन सड़कों का टेंडर इस साल कर दिया जाएगा।
उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि ग्रीनफील्ड कॉरिडोर व एक्सप्रेस हाईवे के किनारे भूमि अधिग्रहण कर इंडस्ट्रियल क्लस्टर व लॉजिस्टिक पार्क बनवाएं ताकि औद्योगिक क्षेत्र के रूप में बिहार विकसित हो सके।
बक्सर-वाराणसी फोरलेन के लिए डीपीआर तैयार
गडकरी ने बताया कि बक्सर से वाराणसी फोरलेन का काम भी जल्द शुरू होगा। इस पर 32 सौ करोड़ लागत होगी। इसकी डीपीआर तैयार है। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। पटना से शिवाला होकर बिहटा तक बनने वाली एलिवेटेड सड़क पर 45 सौ करोड़ खर्च होंगे। इसकी लंबाई साढ़े 23 किलोमीटर है। पटना से सासाराम तक नई फोरलेन सड़क का निर्माण होगा। इस पर 22 सौ करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसी पर सोन में नया पुल बनेगा।
बिहार में बनने वाले ग्रीनफील्ड कॉरिडोर
पटना-बक्सर
पटना-सासाराम
रक्सौल-हल्दिया
गोरखपुर-सिलीगुड़ी (बिहार होकर)
वाराणसी-कोलकाता
मुंगेर-मिर्जा चौकी
आमस-दरभंगा
पटना-बेतिया
Source : Hindustan