कोरोना के नए वैरिएंट को देखते हुए बिहार का स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है। दिल्ली, मुंबई में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण की दर में इजाफा देखा जा रहा है। इसको देखते हुए मुम्बई, दिल्ली सहित कई प्रदेशों में कोरोना की संख्या को देखते हुए नालंदा में स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट हो गया है। कोरोना की संभावित चौथी लहर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अभी से ही तैयारियां शुरू कर दी है।
प्रभारी सीएस डा. विजय कुमार सिंह ने बताया कि बाहर से आने वाले प्रवासियों को रैंडम जांच कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि इसके लिए जिले के तमाम पीएचसी में पदस्थापित नर्स, आशा व आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका को प्रशिक्षण देकर उन्हें बाहर से आने वाले लोगों की कोरोना जांच के लिए प्रेरित करने को कहा गया है। यानी आशा, सेविका व सहायिका ही प्रवासियों की खोजबीन कर सबसे पहले उनका जांच कराएंगी।
रेलवे स्टेशन, बस पड़ाव आदि जगहों पर भी कराई जाएगी जांच
सीएस ने कहा कि वर्तमान में जिला पूरी तरह से कोरोनामुक्त हो चुका है। बावजूद लोगों को सरकार की गाइडलाइन का पालन करना जरूरी है। सदर अस्पताल व सभी पीएचसी में आवश्यक दवाओं के साथ जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता है। रेलवे स्टेशन, बस पड़ाव पर भी बाहर से आने वाले प्रवासियों की जांच कराई जाएगी।
- कोविड की संभावित चौथी लहर को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
- बाहर से आए प्रवासियों की मानीटङ्क्षरग करेंगी आशा व सेविका
- वैसे लोगों की खोजबीन कर उन्हें रैंडम जांच के लिए करेंगी प्रेरित
किसी प्रवासी में संभावित लक्षण दिखते ही किया जाएगा क्वारंटाइन
रैंडम जांच में यदि किसी प्रवासी में संभावित कोरोना के लक्षण दिखे तो तत्काल उसे क्वारंटाइन किया जाएगा। इसके लिए सभी अस्पतालों में पांच से दस बेड कोरोना वार्ड के लिए सुरक्षित रखने को कहा गया है। सभी पीएचसी में भी आक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करा दिया गया है।
Source : Dainik Jagran