डीजीपी एस.के सिंघल ने कहा है कि जिन पुलिस पदाधिकारियों को राजधानी पटना में रहना है उन्हें दिन-रात मेहनत करनी होगी, और जो लोग यह नहीं करेंगे उनकी पोस्टिंग पटना जिला से हटा दी जाएगी. डीजीपी बुधवार की शाम पटना के दीघा थाना का औचक निरीक्षण के लिए पहुंचे थे. उन्होंने यहां पेंडिंग मामलों के अलावा थाने में पुलिसकर्मियों के रहने की व्यवस्था समेत कई चीजों का गहन निरीक्षण किया.
डीजीपी ने स्पष्ट कहा कि हर पुलिस पदाधिकारी को अपराधियों को पकड़ने का टारगेट दिया गया है. जो इसमें सफल नहीं होंगे उन पर राज्य पुलिस मुख्यालय नजर रखेगी और उन्हें चलता कर दिया जाएगा. दरअसल बिहार पुलिस के सबसे बड़े अधिकारी इन दिनों थानों की व्यवस्था को दुरुस्त करने में लगे हैं. डीजीपी एस.के सिंघल खुद थानों का निरीक्षण करने पहुंच जा रहे हैं और स्टेशन डायरी से लेकर पुलिसकर्मियों के रहने तक की व्यवस्था का बारीकी से निरीक्षण कर रहे हैं.
व्यवस्था में खामी दिखने पर डीजीपी के द्वारा थानेदार को न केवल फटकार पड़ती है बल्कि सजा के तौर पर उन्हें निलंबित तक किया जाता है. दीघा थाने के औचक निरीक्षण के दौरान डीजीपी ने असंतोष जाहिर करते हुए थाने में दर्ज पेंडिंग केस, पेंटिंग वारंट और पेंडिंग कुर्की के त्वरित निष्पादन पर जोर दिया.
बता दें कि पिछले दिनों डीजीपी एस.के सिंघल थानों के निरीक्षण के क्रम में सबसे पहले पटना के गांधी मैदान थाना पहुंचे थे. यहां स्टेशन डायरी में गोलमाल के आरोप में थानेदार को अपने पद से हाथ धोना पड़ा था.
Source : News18