यूक्रेन संकट पर आज गुरुवार को विदेश मंत्रालय ने प्रेस कांफ्रेंस की. जिसमें उन्होंने कहा कि सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वहां से सुरक्षित लेकर आना. भारतीय दूतावास ने एडवाइजरी भी जारी कर दी है. जिसमें पोलैंड और हंगरी के रास्ते भारतीय निकाले जाएंगे.
#WATCH Prime Minister Narendra Modi chairs meeting of the Cabinet Committee on Security (CCS) pic.twitter.com/9lvHMRi1bT
— ANI (@ANI) February 24, 2022
वहीं MEA ने कहा कि पीएम मोदी कुछ देर में रूस के राष्ट्रपति पुतिन से भी इस बारे में बात करेंगे. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने भारतीयों को सुरक्षित लाने पर काफी जोर दिया है. जिसको लेकर हम प्रयासरत हैं.
इसी बीच यूक्रेन संकट को लेकर भारत में पोलेंड के राजदूत एडम बुरकाउस्की ने आज तक से ख़ास बातचीत की. उन्होंने कहा कि रूस का रुख बेहद आक्रामक है, हम यूक्रेन के साथ खड़े हैं. उन्होंने कहा कि रूस इस समय वैश्विक शांति के लिए बड़ा खतरा बन चुका है.
इससे पहले यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने एक ट्वीट में कहा है कि रूस, चेरनोबिल को जब्त करने की कोशिश कर रहा है. 1986 की त्रासदी को दोहराया न जाए सके इसके लिए हमारे जवान अपनी जान लगा रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह पूरे यूरोप के खिलाफ युद्ध की घोषणा है.
यूक्रेन पर हमलावर रूस सुनियोजित रणनीति के तहत आगे बढ़ता जा रहा है. नई खबर यह है कि शुक्रवार सुबह तक रूसी सैनिक यूक्रेन की राजधानी कीव को पूरी तरह घेर लेंगे. कीव तक जरूरी सामान न पहुंचने देने की भी रणनीति चल रही है.