पी विधानसभा चुनाव 2022 के बाद जिस राजनीतिक घटनाक्रम का सब इंतजार कर रहे थे वह आखिरकार सामने आ ही गया। भाजपा ने बोचहां विधानसभा उपचुनाव के लिए अपने उम्मीदवार उतारने का औपचारिक रूप से ऐलान कर दिया है। बिहार विधानसभा उपचुनाव 2020 के दौरान यह सीट भाजपा ने अपने कोटे से विकासशील इंसान पार्टी यानी वीआइपी को दी थी। जहां से मुसाफिर पासवान विजयी रहे थे। उनके निधन तथा यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरने के कारण भाजपा ने सन आफ मल्लाह यानी मुकेश सहनी की पार्टी वीआइपी से दूरी बनाने का फैसला किया है। हालांकि मुकेश पहले ही अपने उम्मीदवार को मैदान में उतारने की घोषणा कर चुके हैं। उन्होंने कह रखा है कि उनके उम्मीदवार 23 मार्च को अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे।
NDA गठबंधन से आउट मुकेश सहनी! बोचहां सीट से बेबी को भाजपा ने बनाया प्रत्यासी pic.twitter.com/0mRHydxFut
— Muzaffarpur Now (@muzaffarpurlive) March 18, 2022
वीआइपी के दावे को दरकिनार करते हुए भाजपा ने बोचहां विधानसभा सीट पर अपनी दावेदारी कर दी है। भाजपा ने विधानसभा उपचुनाव के लिए शुक्रवार के बेबी कुमारी की उम्मीदवारी घोषित कर दी है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव व मुख्यालय प्रभारी ने इस संबंध में पत्र जारी किया है। इसमें बोचहां के अलावा पश्चिम बंगाल की आसनसोल संसदीय क्षेत्र के लिए होने वाले उपचुनाव के लिए अग्निमित्र पाल को उम्मीदवार बनाया गया है। तृणमूल कांग्रेस ने यहां से शत्रुघ्न सिन्हा को उम्मीदवार बनाया है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल की बल्लीगुन्गे विधानसभा के लिए केया घोष और महाराष्ट्र की कोल्हापुर उत्तर विधानसभा सीट के लिए सत्यजीत शिवाजी राव कदम को उम्मीदवार बनाया है।
मालूम हो कि वीआइपी विधायक मुसाफिर पासवान के निधन से बोचहां (सुरक्षित) विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव हो रहा है। वीआइपी ने मुसाफिर पासवान के पुत्र अमर पासवान को उम्मीदवार बनाने की बात कही थी। सीट पर दावेदारी भी की थी, मगर भाजपा ने अधिकारिक रूप से उम्मीदवार की सूची जारी कर दी। बेबी कुमारी बोचहां सीट से वर्ष 2015 में चुनाव जीती थीं। निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में तत्कालीन राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रमई राम को हराया था। वर्ष 2020 के चुनाव में एनडीए गठबंधन से यह सीट वीआइपी को मिली। मुसाफिर पासवान ने रमई राम को ही शिकस्त दी थी। भाजपा की उम्मीदवारी से एनडीए में टूट तय हो गया है। मुकेश सहनी किसी हाल में दावेदारी छोड़ने को तैयार नहीं हैं। वहीं महागठबंधन में भी इस सीट को लेकर मारामारी है। कांग्रेस भी यहां अपना उम्मीदवार उतारने की तैयारी कर रही। राजद यह सीट छोड़ेगा इसकी उम्मीद कम है। इसलिए यहां बहुकोणीय मुकाबला तय है।
Input : Dainik Jagran