MUZAFFARPUR
मुजफ्फरपुर : खुदीराम की अंतिम इच्छा होगी पूरी, मिदनापुर से आएगा प्रसाद

शहीद खुदीराम बोस की अंतिम इच्छा पूरी होने वाली है। फांसी पर चढ़ने से पहले उन्होंने अपने गांव स्थित मां सिद्धेश्वरी मंदिर का प्रसाद खाने की इच्छा जताई थी। शहीद के ग्रामीण उनकी अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए नौ अगस्त को मुजफ्फरपुर पहुंच रहे हैं।
इस बार पश्चिम बंगाल के मिदनापुर के निवासी प्रकाश हलधर मां सिद्धेश्वरी का प्रसाद अपने साथ लाएंगे। मिदनापुर से दस लोगों की टीम 11 अगस्त को मुजफ्फरपुर में होने वाले शहीद बोस के शहादत दिवस कार्यक्रम में शामिल होगी। प्रकाश हलधर ने बताया कि खुदीराम बोस ने फांसी से पहले अंग्रेज अफसर के समक्ष तीन अंतिम इच्छा जताई थी, लेकिन उनकी तीनों अंतिम इच्छा पूरी नहीं हो सकी। फांसी से पहले वह अपनी बहन से मुलाकात करना चाह रहे थे। दूसरी उन्होंने अपनी गांव की मिट्टी को चूमने की तमन्ना जाहिर की। तीसरी उन्होंने अपने गांव स्थित मां सिद्धेश्वरी मंदिर का प्रसाद खाने की इच्छा जताई थी। प्रकाश हलधर ने बताया कि शहीद की अंतिम इच्छा के अनुसार हमलोग हर वर्ष मिदनापुर से मिट्टी लेकर शहीद बोस के फांसी स्थल पर पहुंचते हैं, लेकिन पहली बार हमलोग मां सिद्धेश्वरी मंदिर का प्रसाद भी लेकर मुजफ्फरपुर पहुंच रहे हैं। इसके लिए हमलोगों ने टिकट आदि का इंतजाम कर लिया है।
नौवीं कक्षा में खुदीराम बोस ने छोड़ दी थी पढ़ाई
देश को अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त कराने के लिए खुदीराम बोस ने नौंवी कक्षा में पढ़ाई छोड़ दी थी। खुदीराम का जन्म 3 दिसंबर 1889 को पश्चिम बंगाल के मिदनापुर के बहुवैनी गांव में हुआ था। बाल्यावस्था से ही खुदीराम के मन में देश को आजाद कराने के लिए ललक जगी। ब्रिटिश साम्राज्य को ध्वस्त करने के संकल्प व धैर्य का परिचय देते हुए पहला बम फेंका और मात्र 19 साल की उम्र में हाथ में भगवद गीता लेकर हंसते-हंसते फांसी के फंदे पर चढ़कर अमर शहीद हो गए।
कंपनीबाग रोड में किंग्सफोर्ड के बग्घी पर किया था हमला
1905 में लॉर्ड कर्जन ने बंगाल का विभाजन किया। इसके विरोध में सड़कों पर उतरे भारतीयों को कलकत्ता के मॅजिस्ट्रेट किंग्सफोर्ड ने क्रूर दंड दिया। किंग्सफोर्ड को पदोन्नति देकर मुजफ्फरपुर में सत्र न्यायाधीश के पद पर भेजा गया। क्रांतिकारियों की टीम ने गुप्त बैठक में किंग्सफोर्ड को मारने का निश्चय किया। इसके लिए खुदीराम व प्रफुल्ल चाकी को जिम्मेवारी सौंपी गई। खुदीराम को एक बम और पिस्तौल दी गई। खुदीराम ने कंपनीबाग रोड में किंग्सफोर्ड की बग्घी पर हमला किया।
Source : Hindustan
MUZAFFARPUR
महिला सिपाही कविता की गर्दन की हड्डी टूटी, गले पर गहरा निशान

पुणे के होटल में ब्रह्मपुरा थाना की महिला सिपाही कविता की संदिग्ध स्थिति में हुई मौत के दो दिन बाद शनिवार की शाम शव का पोस्टमार्टम कराया गया। परिजन एंबुलेंस से शव लेकर मुजफ्फरपुर लौट रहे हैं। कविता के पिता बृज पासवान ने बताया कि पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सकों ने गर्दन की हड्डी टूटे होने की बात बताई है। शरीर पर चोट का जिक्र नहीं किया है। पैथोलॉजिकल जांच के लिए भी नमूना एकत्रित किया गया है। बृज पासवान ने बताया कि कविता के गले पर गहरा निशान था। उन्होंने एसएसपी जयंतकांत से मोबाइल पर बात की। एसएसपी ने भरोसा दिया कि शव लाने और पुणे में हुए तमाम खर्च मुजफ्फरपुर आने के बाद उन्हें दे दिया जाएगा। इधर, मां माया देवी ने बताया है कि कविता गर्भवती भी थी। वहीं, ब्रह्मपुरा थाने के दारोगा, सिपाही और दो अन्य लोगों को पुणे पुलिस ने शव के साथ नहीं आने दिया। अभी पुलिस टीम पुणे में रुकेगी। 94 लाख गबन के दो आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दारोगा ओमप्रकाश प्रसाद ने शनिवार को छापेमारी करने की जानकारी दी। इधर, एसएसपी जयंतकांत लगातार पुणे पुलिस और कविता के परिजनों के संपर्क में हैं। पुणे के हिंजवड़ी थाने की पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट होगा। इसपर ही आगे की कार्रवाई निर्भर होगी।
सोशल मीडिया पर उठी जांच की मांग
सोशल साइट्स पर कविता की मौत की उच्चस्तरीय जांच कराने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। अकेली महिला सिपाही को पुरुष टीम के साथ भेजने पर भी सवाल उठाया है। पोस्ट में कहा गया है कि शव का पोस्टमार्टम 24 घंटे के अंदर होना चाहिए था। हालांकि, सोशल प्लेटफॉर्म पर चलाये जा रहे अभियान की ‘हिन्दुस्तान’ पुष्टि नहीं करता है। पुलिस मेंस एसोसिएशन के सचिव रामेंद्र सिंह यादव ने कहा कि शव मुजफ्फरपुर आने के बाद ही संगठन की ओर से किसी तरह की प्रतिक्रिया दी जाएगी।
परिजनों के पहुंचने से पहले आत्महत्या का आवेदन
पिता बृज पासवान व पति भूपेंद्र पासवान ने बताया कि उनलोगों के पहुंचने से पहले ही ब्रह्मपुरा थाना के दारोगा हिंजवड़ी थाने में आत्महत्या का आवेदन दे चुके थे। पिता और पति का भी पुणे पुलिस ने बयान दर्ज किया। इसमें कविता हत्या की आशंका जताई है। सवाल उठाया कि मौत के करीब चार घंटे के बाद परिजनों को सूचना दी गई।
छापेमारी के लिए गई टीम के साथ वादी पक्ष भी
पुणे गई ब्रह्मपुरा पुलिस टीम के साथ वादी पक्ष के भी दो लोग साथ में हैं। इसपर भी कविता के परिजनों ने सवाल उठाया है। होटल में तीन कमरे लिए गए थे। एक कमरे में कविता अकेली थी जबकि डबल बेड के दो कमरे में अन्य साथी सिपाही रुके थे। दूसरे कमरे में ठगी का केस करने वाले पक्ष के दो लोग ठहरे थे।
15 दिन पहले कविता को भेजा गया था आगरा
बृज पासवान ने बताया कि पुणे जाने से 15-20 दिन पहले कविता को ब्रह्मपुरा पुलिस टीम के साथ आगरा भेजा गया था। उस समय भी पुरुष टीम के साथ अकेली महिला सिपाही को भेजा गया था। उसे ही बार-बार बाहर भेजने के लिए कमान काटा जा रहा था। आगरा से लौटने के बाद वह पुणे नहीं जाना चाह रही थी।
Source : Hindustan
MUZAFFARPUR
रक्षाबंधन के अवसर पर प्रशांत होंडा ने महिला ग्राहकों को किया सम्मानित

लेनिन चौक स्थित होंडा टू व्हीलर्स के अधिकृत विक्रेता प्रशांत होंडा ने रक्षाबंधन के अवसर पर आज मेंहदी कैम्पेन का आयोजन किया।
प्रशांत होंडा द्वारा अयोजित इस आयोजन में महिला ग्राहकों को आमंत्रित कर उनके स्कूटर का फ्री सर्विस एवं चेकअप किया गया। तथा उनके हाथों में मेंहदी लगी एवं उपहार देकर सम्मानित किया गया।
इस कार्यक्रम में करीब 40 महिलाओं ने भाग लिया था। वहीं इस मौके पर प्रशांत होंडा के बिक्री प्रबंधक अनिल कुमार वर्मा, दिनेश ठाकुर,सिमरन,शिल्पा,साक्षी इत्यादि का सहयोग काफी सराहनीय रहा।
BIHAR
मुजफ्फरपुर डीएम का फेक वाट्सएप अकाउंट बना बीडीओ-सीओ से मांगे रुपए ; एफआईआर दर्ज

साइबर फ्राॅड गैंग ने डीएम प्रणव कुमार के नाम पर फर्जी वाट्सएप अकाउंट बना प्रशासनिक अधिकारी व आमलोगों से चैटिंग कर ठगी कर रहा है। बंदरा के प्रखंड विकास अधिकारी व कुढ़नी-कांटी के अंचल अधिकारी से रुपए मांगे गए हैं। इसका खुलासा हाेने पर जिला गोपनीय प्रशाखा के विशेष कार्य पदाधिकारी ने मंगलवार काे टाउन थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस महकमे में भी हड़कंप मच गया।
प्राथमिकी में कहा गया है कि जिलाधिकारी प्रणव कुमार के फोटो का फर्जी इस्तेमाल कर दो अलग-अलग मोबाइल नंबर से फर्जी अकाउंट बनाए गए हैं। उन नंबराें से जिले के प्रशासनिक अधिकारियों व आमलोगों से चैट किया जा रहा है। चैटिंग के क्रम में अमेजन गिफ्ट कार्ड के माध्यम से राशि की मांग की जा रही है। नगर थाने की पुलिस को प्राथमिकी के लिए फर्जी वाट्सएप अकाउंट से बीडीओ-सीओ से की गई चैटिंग का स्क्रीन शॉट भी दिया गया है।
थानेदार ने कहा- साइबर एक्सपर्ट के माध्यम से कराई जाएगी मामले की जांच
साइबर फ्रॉड हुआ तो सबसे पहले ये करें
1. 1930 पर फोन कर तत्काल शिकायत दर्ज कराएं
2. cybercrime.gov.in पर कागजात के साथ शिकायत करें
3. इसके बाद संबंधित थाने में और बैंक में मामले की लिखित शिकायत करें
विशेष कार्य अधिकारी ने थाने को दी मामले की सूचना
जिला गोपनीय प्रशाखा के विशेष कार्य अधिकारी कुमार अभिषेक ने मामले की नगर थाने में लिखित शिकायत की। उसी के आधार पर इसकी प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसमें मैसेज भेजे जानेवाले दोनाें मोबाइल नंबराें 91239:::772 और 76785::6507 के धारक को आरोपित बनाया गया है। पुलिस दर्ज प्राथमिकी के आधार पर दोनों शातिरों के सत्यापन में जुट गई है।
जिला सर्विलांस टीम दोनों मोबाइल नंबर का सीडीआर व कैप निकाल कर आरोपिताें की गिरफ्तारी में जुट गई है। दोनों में से एक नंबर को ट्रू कॉलर पर चेक करने पर राजेश कुमार बताता है। इधर, टाउन थानेदार अनिल कुमार ने बताया कि साइबर एक्सपर्ट के माध्यम से शातिर की पहचान की जा रही है। जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
Source : Dainik Bhaskar
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