मुजफ्फरपुर-समस्तीपुर रेलखंड ऑटोमेटिक सिग्नल सिस्टम से लैस होगा। इसकी मदद से एक ट्रेन के पीछे दूसरी ट्रेनें चल सकेंगी। इससे ब्लॉक सेक्शन पर ट्रेन नहीं चलाने की बाध्यता खत्म होगी। उत्तर बिहार के सबसे व्यस्तम रेलखंड मुजफ्फरपुर-समस्तीपुर रूट को नई तकनीक से लैस करने के लिए सोनपुर रेलमंडल ने रेलवे बोर्ड को प्रस्ताव भेजा है। वर्तमान में मुजफ्फरपुर से समस्तीपुर के लिए दो ट्रेनें रवाना करने में समस्या आती है। नारायणपुर अनंत स्टेशन से गुजर जाने के बाद ही दूसरी ट्रेन जंक्शन पर रवाना हो पाती है। इसके कारण बेवजह 15 से 30 मिनट तक ट्रेन जंक्शन पर खड़ी रहती है। वहीं प्लेटफॉर्म व्यस्त होने के कारण दूसरी ट्रेनों को आउटर पर रोक दी जाती है। इससे ट्रेनों के सुरक्षित परिचालन में भी मदद मिलेगी। ऑटोमेटिक सिग्नल सिस्टम पर करीब 250 करोड़ रुपये की खर्च होगी। अभी एब्सोल्यूट सिग्नल सिस्टम काम कर रहा है। इसे ऑटोमेटिक सिग्नल सिस्टम में बदलने पर ट्रेनें बिना रुके चलती रहेंगी।

क्या होता है ऑटोमेटिक सिग्नल सिस्टम :ऑटोमेटिक सिग्नल सिस्टम से खड़ी ट्रेनों को आगे वाली ट्रेन के अगले स्टेशन तक पहुंचने का इंतजार नहीं करना पड़ता है। स्टेशन यार्ड से ट्रेन के आगे बढ़ते ही पीछे वाली ट्रेन को भी ग्रीन सिग्नल मिल जाता है। दरअसल एक ब्लॉक सेक्शन में एक के पीछे दूसरी ट्रेनें चलती रहेंगी। यह सिस्टम कानपुर-दिल्ली रूट के अलावा महानगरों से जुड़े रेलखंडों पर संचालित है। ऑटोमेटिक सिग्नल सिस्टम में स्टेशन यार्ड के डबल डिस्टेंस सिग्नल से आगे प्रत्येक एक किलोमीटर पर सिग्नल लगाया जाएगा। इससे ट्रेनें एक-दूसरे के पीछे चलती रहेंगी। अगर आगे वाले सिग्नल में तकनीकी खामी आती है तो पीछे चल रही ट्रेनों को भी सूचना मिल जाएगी, जो ट्रेन जहां रहेंगी, वहीं रुक जाएंगी। पूर्व मध्य रेलवे के सीपीआरओ वीरेंद्र कुमार ने बताया कि रेलखंड पर आधुनिक तकनीक पर जोर दिया जा रहा है।

रेलखंड की कुल क्षमता का 89.76 उपयोग

मुजफ्फरपुर-समस्तीपुर रेलखंड की कुल क्षमता का 89.76 प्रतिशत उपयोग किया जा रहा है। 51 किमी इस रेलखंड को व्यस्तम रूट में रखा गया है। कुल नौ स्टेशन के अलावा दो मालगोदाम शेड हैं। नारायणपुर अनंत व कर्पूरीग्राम माल गोदाम शेड के कारण इस रेलखंड पर यात्री ट्रेनों के अलावा मालगाड़ी का भी लोड रहता है।

समस्तीपुर-बरौनी रेलखंड को मिल चुकी है मंजूरी

पूर्व से समस्तीपुर-बरौनी रेलखंड को ऑटोमेटिक सिग्नल सिस्टम से लैस करने की मंजूरी मिल चुकी है। मुजफ्फरपुर व बरौनी तक कुल 103 किमी रेलखंड के ऑटोमेटिक सिग्नल सिस्टम से लैस होने से पश्चिम बंगाल, झारखंड व असम समेत पूर्वोत्तर राज्यों के लिए ट्रेनों का परिचालन आसान हो जायेगा।

Source : Hindustan

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