स्मार्ट सिटी मिशन के तहत निर्माण के लिए चयनित शहर की तीन मुख्य सड़कें जर्जर हो चलीं है। तकरीबन पांच साल से ये पुन: निर्माण अथवा मरम्मत की बाट जोह रही हैं, लेकिन कुछ नहीं हो रहा है। हिचकोले खाते इन सड़कों से गुजरना पड़ रहा है। अक्सर दुर्घटनाएं भी होती हैं।
जनवरी में ही होना था बैरिया-धर्मशाला चौक सड़क का निर्माण
स्मार्ट सिटी मिशन के तहत बैरिया से लक्ष्मी चौक, ब्रह्मपुरा, इमलीचट्टी, स्टेशन रोड होते हुए धर्मशाला चौक तक की सड़क को स्पाइनल रोड में शामिल किया गया है। इसका निर्माण 38.75 करोड़ रुपये से होना है, जिसका जिम्मा खोखर इंफ्रास्ट्रक्चर प्रा.लि. को दिया गया था। इस सड़क का निर्माण जनवरी 2022 तक पूरा कर लेना था, लेकिन अब तक नहीं किया जा सका है।
पेरीफेरल रोड का निर्माण भी अधर में
धर्मशाला चौक से नगर थाना, तिलक मैदान, नवयुवक समिति, सरैयागंज टावर होते हुए अखाड़ाघाट पुल तक पेरीफेरल रोड का निर्माण 20.73 करोड़ की लागत से होना है। इसके निर्माण का जिम्मा भी खोखर कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया है। इस सड़क का काम भी जनवरी 2022 में ही पूरा होना था।
दिसंबर 2021 में ही बनकर तैयार हो जाना था स्मार्ट रोड
हरिसभा चौक से कल्याणी चौक होते हुए नगर थाना तक 6.67 करोड़ की लागत से स्मार्ट रोड का निर्माण होना है। इसके निर्माण को जिम्मा लिली कंस्ट्रक्शन प्रा. लि. को दिया गया है। इसका निर्माण दिसंबर 2021 में पूरा होना था।
जर्जर हाल में सभी सड़कें
तीनों सड़कों की हालत देखें तो लक्ष्मी चौक से बैरिया तक की पूरी सड़क टूट चुकी है। टूटी सड़क पर पानी बहता रहता है। स्टेशन रोड से धर्मशाला चौक तक की सड़क भी पूरी जर्जर है। आए दिन लोग यहां दुर्घटना के शिकार होते रहते हैं। इसी तरह तिलक मैदान रोड में नगर थाना से सरैयागंज टावर तक गुजरने वाले हिचकोले खाने को मजबूर हैं। वहीं हरिसभा चौक से कल्याणी होते हुए नगर थाना तक की सड़क भी पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है।
न एजेंसी और न ही विभाग का ध्यान
हालत यह है कि न स्मार्ट सिटी द्वारा चयनित एजेंसी इन सड़कों का निर्माण करा रही है और स्मार्ट सिटी में इसके शामिल होने के कारण न पथ निर्माण विभाग इसका मरम्मत करा रहा है। इसका खामियाजा शहरवासियों को भुगतना पड़ रहा है।
स्मार्ट सिटी प्रबंध निदेशक विवेक रंजन मैत्रेय ने कहा कि, तीनों योजनाओं के तहत नाला निर्माण का काम चल रहा है। नाला निर्माण होते ही सड़क का काम तेजी से होगा। इसके लिए एजेंसियों पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है। उनपर जुर्माना भी लगाया गया है।
Source: Dainik Jagran