हेट स्पीच और हेट पोस्ट पर राज्य सरकार सख्त हो गई है। हेट स्पीच से सामाजिक विद्वेश फैलाने वाले तत्वों पर कार्रवाई में तेजी लाने का निर्देश जारी किया गया है। मुख्यालय ने सभी जिलों से रिपोर्ट मांगी है। इसमें पूछा है कि हेट स्पीच के कितने मामले दर्ज किये गये हैं और आरोपितों पर क्या कार्रवाई हुई है। दशहरा और दीपावली पर हेट स्पीच और सोशल मीडिया पोस्ट से माहौल बिगाड़ने की साजिश की आशंका है। इसको लेकर सभी थानेदारों को वायरलेस मैसेज से अलर्ट जारी किया गया है।
पुलिस मुख्यालय ने सोशल साइट के हेट पोस्ट पर अंकुश लिए किये जा रही साइबर पेट्रोलिंग की व्यवस्था दुरुस्त रखने की हिदायत दी है। साथ ही हर 15 दिनों पर इस संबंध में मुख्यालय को हो रही कार्रवाई से अवगत कराने के लिए कहा गया है। पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार मुजफ्फरपुर जिले में बीते एक साल के दौरान हेट स्पीच को लेकर एफआईआर दर्ज नहीं हुई है। जबकि सोशल साइट पर धार्मिक उन्माद फैलाने की मंशा से डाले गये पोस्ट को लेकर 10 मामले दर्ज किये गये हैं। इसको लेकर आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है और केस अनुसंधान के अंतर्गत है।
एसएसपी जयंतकांत ने मंगलवार को बताया कि हेट स्पीच और हेट पोस्ट पर नजर रखने के लिए जिले में विभिन्न उपकरणों से साइबर पेट्रोलिंग करती है। इसमें सैकड़ों फेसबुक एकाउंट के पोस्ट पर नजर रखी जाती है। इसके अलावा अलग-अलग व्हाट्सएप ग्रुप को पुलिस अधिकारी सर्विलांस पर रखते हैं। हाल में कई हेट पोस्ट को डिलीट भी कराये गये हैं।
हेट पोस्ट वायरल हुआ तो ग्रुप एडमिन पर FIR
एसएसपी ने बताया कि व्हाट्सएप ग्रुप में किसी तरह का हेट पोस्ट वायरल होता है तो ग्रुप एडमिन पर भी अब एफआईआर दर्ज की जाएगी। सोशल साइट पर फेक अकाउंट को चिह्नित करने को लेकर भी मुख्यालय स्तर से साइबर सेल कार्रवाई करती है।
Source : Hindustan