पटना के गांधी मैदान में बुधवार की शाम रावण दहन समारोह का आयोजन किया गया है. झांकी के आने के साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भगवान श्रीराम औऱ उनके छोटे भाई लक्ष्मण की आरती उतारेंगे. इस दौरान उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ बिहार सरकार के कई मंत्री भी वहां मौजूद रहेंगे. दशहरा कमेटी के तत्वावधान में राजधानी के गांधी मैदान मे कार्यक्रम शाम 4:30 बजे शुरू हो जाएगा.
5 बजे शाम को रावण के पुतले का दहन किया जाना है. दशहरा कमेटी के लोगों ने बताया कि कोरोना के कारण दो साल के बाद गांधी मैदान में रावण वध कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. इस साल कार्यक्रम में राज्य भर से लाखों लोगों के शामिल होने की उम्मीद जतायी जा रही है. राजधानी पटना के विभिन्न इलाकों से भ्रमण करने के बाद श्रीराम एवं लक्ष्मण की झांकी गांधी मैदान में प्रवेश करेगी. झांकी के आगमन के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भगवान श्रीराम एवं भ्राता लक्ष्मण की आरती उतारेंगे. इसके साथ ही रावण वध समारोह शुरू हो जाएगा.
दशहरा कमेटी से जुड़े लोगों ने बताया कि गांधी मैदान में इस वर्ष 70 फीट के रावण का पुतला का दहन होगा. 65 फीट का मेघनाद एवं 60 फीट का कुंभकरण होगा. पुतला का निर्माण गया के कुशल कलाकारों द्वारा किया गया है. कपड़ा, बांस, कागज, रस्सी आदि से पुतला का निर्माण गांधी मैदान में ही किया गया है. इस वर्ष गांधी मैदान में बनने वाली सोने की लंका दो मंजिल की बनाई गई है. उसे भव्य तरीके से सजाया गया है. लंका के अंदर ही अशोक वाटिका का निर्माण किया गया है, जहां सीता जी को बैठाया जाएगा.
दशहरा कमेटी ने लोगों से अपील की है कि जब अभिभावक गांधी मैदान में बच्चे को लाते समय उनकी पैंट या शर्ट की जेब में नाम एवं फोन नंबर की एक पर्ची अवश्य डाल दें, इससे अगर गांधी मैदान में बच्चा गुम हो जाता है तो उसे आसानी से खोज लिया जाएगा. नाम एवं नंबर होने पर उसे अभिभावकों तक दशहरा कमेटी ने घर तक पहुंचाने की प्लानिंग पहले से तय कर ली है.
जिला और पुलिस प्रशासन ने भी अपनी तरफ से रावण वध कार्यक्रम शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होने को लेकर विशेष सतर्कता और तैयारी की है. पटना के प्रमंडलीय आयुक्त कुमार रवि की अध्यक्षता में कई बार गांधी मैदान में बैठकर भी हुई है और एहतियात के तौर पर कई फैसले लिए गए हैं. दरअसल कुछ साल पहले गांधी मैदान में रावण वध कार्यक्रम के दौरान भगदड़ मचने से एक साथ कई लोगों की मौत हो गई थी. उसके बाद से प्रशासन रावण पद कार्यक्रम को लेकर विशेष तौर पर सतर्कता बरतता रहा है.
Source : News18