संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जायद मेडल से सम्मानित करने का ऐलान किया है। जायद मेडल यूएई द्वारा राष्ट्राध्यक्षों को दिया जाने वाला सबसे बड़ा पुरस्कार है। खास बात ये है कि इसकी जानकारी खुद यूएई के क्राउन प्रिंस ने ट्वीट कर दी है। माना जा रहा है कि मोदी को ये सम्मान देकर यूएई दोनों देशों के बीच दोस्ती और कूटनीतिक संबंधों को और मजबूती प्रदान करने का प्रयास कर रहा है।
भारत के साथ हमारे ऐतिहासिक संबंध हैं, मेरे प्रिय मित्र, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वपूर्ण भूमिका से, जिन्होंने इन संबंधों को बढ़ावा दिया। उनके प्रयासों की सराहना करते हुए, संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति ने उन्हें ज़ायद पदक प्रदान किया
— محمد بن زايد (@MohamedBinZayed) April 4, 2019
अबुधाबी के क्राउन प्रिंस और सेना के डिप्टी सुप्रीम कमांडर शेख मोहम्मद बिन जायेद ने गुरुवार को ट्वीट कर पीएम नरेंद्र मोदी को जायद मेडल दिए जाने की घोषणा की है। शेख मोहम्मद ने ट्वीट में कहा, ‘दोनों देशों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध विकसित करने और अलग-अलग क्षेत्रों में सहयोग के नए आयाम बनाने के लिए हम अपने दोस्त भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जायेद मेडल देकर अपनी प्रशंसा व्यक्त करते हैं।’
We have historical and comprehensive strategic ties with India, reinforced by the pivotal role of my dear friend, Prime Minister Narendra Modi, who gave these relations a big boost. In appreciation of his efforts, the UAE President grants him the Zayed Medal.
— محمد بن زايد (@MohamedBinZayed) April 4, 2019
मोदी ने दिया धन्यवाद
पुरस्कार की घोषणा होने के कुछ देर बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर शेख मोहम्मद बिन जायेद का शुक्रिया अदा किया है। उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘मैं इस पुरस्कार को पूरी विनम्रता के साथ स्वीकार करता हूं। आपके दूरदर्शी नेतृत्व में हमारे रणनीतिक संबंध नई ऊंचाइयों पर पहुंच चुके हैं। ये दोस्ती हमारे लोगों की शांति और समृद्धि में योगदान दे रही है।’
Thank you, Your Highness Mohamed bin Zayed Al Nahyan.
I accept this honour with utmost humility.
Under your visionary leadership, our strategic ties have reached new heights. This friendship is contributing to the peace and prosperity of our people and planet. https://t.co/gtAy00uffw
— Narendra Modi (@narendramodi) April 4, 2019
सुषमा स्वराज ने आभार जताया
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट करके कहा, ‘भारत के महान सपूत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हिज हाइनेस मुहम्मद बिन जायद की ओर से जायद पुरस्कार मिलने का हम सहर्ष स्वागत करते हैं।’ उन्होंने कहा कि इस प्रतिष्ठित सम्मान को प्रधानमंत्री मोदी को देने से यूएई और अन्य इस्लामिक विश्व के साथ अब तक के सबसे बेहतरीन रिश्ते बनाने में उनके प्रयासों को मान्यता मिली है। उन्होंने कहा कि वह भारतवासियों की ओर से यूएई के राष्ट्रपति और हिज हाइनेस का आभार व्यक्त करती हूं।
मोदी यह सम्मान पाने वाले पहले भारतीय
पीएम मोदी यह सम्मान पाने वाले पहले भारतीय हैं। इससे पहले यह सम्मान एलिजाबेथ, जॉर्ज डब्ल्यू बुश, व्लादिमीर पुतिन, निकोलस सरकोजी, शी चिनफिंग और एंजेला मार्केल को मिल चुका है। यूएई का यह अहम सम्मान ज्यादातर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यों (पी-5) और जर्मनी के राष्ट्राध्यक्षों को मिला है लेकिन प्रधानमंत्री मोदी का नाम अब इस अहम लीग में शुमार हो गया है। यह सम्मान दोनों देशों के रिश्तों में आई मजबूती और विश्वास को दर्शाता है। इससे पहले फरवरी में पीएम मोदी को सियोल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। यह पुरस्कार संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिवों कोफी अन्नान और बान की मून को भी मिल चुका है।-
ओआइसी में भी अलग-थलग पड़ा पाक
मालूम हो कि पुलवामा आतंकी हमले (Pulwama Terror Attack) के बाद भी मुश्लिम देशों के इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को आमंत्रित किया था। सुषमा स्वराज ने संगठन के मंच पर पुलवामा हमले पर पाकिस्तान को घेरा था। पाकिस्तान ने भारत को इस्लामिक सहयोग संगठन में आमंत्रित करने पर आपत्ति व्यक्त की थी। बावजूद OIC ने अपना फैसला नहीं बदला तो चिढ़ की वजह से पाकिस्तान ने कार्यक्रम में हिस्सा ही नहीं लिया था।
सऊदी क्राउन प्रिंस की भारत यात्रा
OIC ही नहीं, पुलवामा आतंकी हमले के ठीक बाद सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने भी पहले पाकिस्तान और फिर भारत का दौरा किया था। उस वक्त भी भारत और सऊदी क्राउन प्रिंस के बीच पुलवामा आतंकी हमले और पाक समर्थित आतंकवाद को लेकर चर्चा हुई थी। इसके बाद सऊदी अरब ने भी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत का साथ देने की बता कही थी। ऐसे में अब एक और इस्लामिक देश यूएई द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को सर्वोच्च सम्मान दिए जाने से पाकिस्तान को तगड़ा झटका लगा है। इससे साफ है कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत की कूटनीति काम आ रही है। पाकिस्तान पहले अंतरराष्ट्रीय मंच पर अलग-थलग पड़ा हुआ है। अब उसे इस्लामिक देशों का भी साथ नहीं मिल रहा है।
मोदी को इस साल मिले दो बड़े सम्मान
प्रधानमंत्री नरेंद्रो मोदी को इस साल दो बड़े अंतरराष्ट्रीय सम्मान मिल चुके हैं। फरवरी 2019 में दक्षिण कोरिया के सियोल में उन्हें शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। नरेंद्र मोदी ये पुरस्कार पाने वाले 14वें व्यक्ति हैं। मोदी ने पुरस्कार में मिली 1.30 करोड़ रुपये की राशि नमामि गंगे प्रोजेक्ट के लिए दान कर दी थी। पर्यावरण के क्षेत्र में अहम योगदान के लिए भी मोदी को इसी साल संयुक्त राष्ट्र का चैंपियन ऑफ द अर्थ अवार्ड दिया जा चुका है। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री को ये सम्मान दिया था।
यूएई ने जैश के सदस्य को सौंपा था
यूएई ने हाल में पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन जैश-ए-मुहम्मद के प्रमुख सदस्य निसार अहमद को भारत को सौंप दिया था। इस आतंकवादी पर 30 दिसंबर 2017 की रात में जम्मू-कश्मीर के लेथपोरा स्थिति सीआरपीएफ कैंप पर आतंकी हमला कराने का आरोप है। निसार इस हमले का मास्टार माइंड था। इस आतंकी हमले में पांच सुरक्षाकर्मी शहीद हुए थे और जवाबी कार्रवाई में तीन आतंकी मारे गए थे। यूएई ने उसी वक्त साफ कर दिया था कि आतंकवाद के मुद्दे पर उसका रुख पाकिस्तान से अलग है। मालूम हो कि पाकिस्तान हमेशा से भारत के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियां संचालित करने वाले जैश-ए-मुहम्मद समेत अन्य संगठनों को बचाने में जुटा रहता है।
क्रिश्चियन मिशेल समेत इन आतंकियों को भी सौंपा
यूएई ने कुछ समय पहले अगस्टा वेस्टलैंड डील में रिश्वतखोरी के आरोपी क्रिश्चियन मिशेल को भी भारत को सौंपा था। इसी मामले में एक अन्य आरोपी दीपक तलवार को भी यूएई भारत को सौंप चुका है। इससे पहले यूएई, सीरियाई आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के आतंकियों, इंडियन मुजाहिदीन के अब्दुल वाहिद सिद्दिबापा और 1993 मुंबई बम धमाकों के आरोपी फारूख टकला जैसे आतंकवादियों को भी भारत के सुपुर्द कर चुका है। मालूम हो कि पिछले कुछ समय में भारत और यूएई के रिश्ते काफी मजबूत हुए हैं। दोनों देशों ने आपसी सहयोग के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर भी किये हैं।
Input : Dainik Jagran