उत्तर बिहार में मंगलवार की देर शाम मौसम ने अचानक करवट ली। मुजफ्फरपुर समेत कई जिलों में आंधी-पानी के साथ ओले गिरे। मनियारी में ठनका गिरने से एक पेड़ जल गया। तेज हवा से बिजली व्यवस्था चरमरा गई। कई जगह ब्लैक आउट हो गया। गेहूं के साथ आम-लीची और सब्जी की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। पेड़ और घर गिरने से पश्चिम चंपारण, शिवहर और सीतामढ़ी में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई।
मुजफ्फरपुर जिले के पारू, देवरिया व साहेबगंज में ओले गिरे, जबकि औराई, मुशहरी, कुढ़नी, कांटी में बारिश हुई। मुजफ्फरपुर शहर में धूल भरी आंधी चली। बारिश होने से लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली। पश्चिम चंपारण के नरकटियागंज में पेड़ गिरने से गोलू शर्मा की मौत हो गई। शिवहर में पेड़ गिरने से एक 60 वर्षीय वृद्ध तो सीतामढ़ी के रीगा में घर गिरने से एक की मौत हो गई।
जिले में मंगलवार रात नौ बजे मौसम ने अचानक करवट ली। तेज आंधी के साथ बारिश शुरू हो गई। कई जगहों पर ओलावृष्टि भी हुई। बारिश के साथ करीब 15 मिनट तक छोटे-बड़े ओले गिरे। इससे फसलों व आम-लीची को काफी नुकसान पहुंचा। बारिश के दौरान करीब 15 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली। औराई प्रखंड में तेज आंधी से कई दुकानों व घरों के एस्बेस्टस उड़ गए। पाकर चौक पर तेज हवा के कारण बिजली के तार पर पेड़ के गिर जाने से आपूर्ति ठप हो गई। कई अन्य इलाकों में भी बिजली व्यवस्था चरमरा गई। हालांकि बारिश होने के बाद मौसम सुहावना हो गया। लोगों को भीषण गर्मी से थोड़ी राहत मिली।
डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के पूर्वानुमान के अनुसार आगे 48 से 72 घंटे तक बारिश की संभावना है। पुरवा हवा चलने से आसमान में गरज वाले बादल बने रहेंगे। अगले पांच दिनों तक तापमान में वृद्धि होने की संभावना है। इस अवधि में अधिकतम तापमान 39 से 41 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। वहीं, न्यूनतम तापमान 22 से 26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है।
अधिकतम तापमान 2.8 डिग्री घटा
पिछले 24 घंटे में जिले के अधिकतम तापमान में 2.8 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आयी। न्यूनतम तापमान में 4.1 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गई। मंगलवार को अधिकतम तापमान 33.9 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। अधिकतम तापमान सामान्य से 2.2 डिग्री सेल्सियस कम रहा। वहीं, न्यूनतम तापमान सामान्य से 4.8 डिग्री सेल्सियस अधिक रिकार्ड किया गया।
बारिश से गेहूं की फसल को भारी नुकसान
देर शाम आयी तेज आंधी व पानी से गेहूं की फसल को भारी नुकसान हुआ है। करीब 75 प्रतिशत गेहूं अभी खेतों में ही लगी है। काटकर खेत में रखी गयी गेहूं की फसल को अधिक नुकसान है। किसान को फसल खराब होने की आशंका है। साहेबगंज के जीता छपरा निवासी मनोज कुमार ने बताया कि आंधी-बारिश से काट कर खेतों में रखी गई फसल अधिक प्रभावित हुई है। वहीं, पारू व देवरिया इलाके में सैकड़ों एकड़ में लगी गेहूं की फसल बर्बाद हो गई।
शहर से गांव तक आंधी से बिजली आपूर्ति ठप
तेज हवा के साथ बारिश की वजह से पूरे जिले में विद्युत व्यवस्था प्रभावित हो गई। इसमें खासकर आंधी ने कई गांवों की बिजली व्यवस्था को चरमरा कर रख दिया। कई जगह बिजली के तार टूटकर गिर गए। शहर से लेकर गांव तक कई बिजली के खंभों के इंसुलेटर ध्वस्त हो गए।
Source : Hindustan