सूबे के राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों से भरे पटना के ऊर्जा ऑडिटोरियम में सोमवार को उस समय खुशी की लहर दौड़ गई, जब पिछले साल टोक्यो पैरालांपिक गेम्स में हाइजंप में ब्रांज मेडल जीतने वाले मोतीपुर प्रखंड के कोदरकट्टा पूरन निवासी शरद कुमार विशेष खेल सम्मान पुरस्कार से नवाजे गए।
तालियों की गड़गड़ाहट के बीच 50 लाख रुपये का चेक और विशेष खेल सम्मान दिया गया। बाएं पैर से विकलांग हाइजंपर शरद अपने राज्य में मिले सर्वोच्च सम्मान पाकर खुशी से फूले नहीं समा रहे थे। इससे पहले शरद दल्लिी, हरियाणा, यूपी और केन्द्र सरकार से सम्मानित हो चुके हैं।
असगर हुसैन को मिला विशेष कोच अवार्ड बिहार अंडर-17 बालिका फुटबॉल टीम के कोच रहे मुजफ्फरपुर के असगर हुसैन को विशेष सम्मान दिया गया। उन्हें एक लाख की राशि के साथ सर्वश्रेष्ठ कोच अवार्ड दिया गया। असगर हुसैन द्वारा प्रशिक्षित बिहार सब-जूनियर बालिका फुटबॉल टीम ने जुलाई में गुवाहाटी में आयोजित नेशनल सब-जूनियर बालिका फुटबॉल प्रतगियोगिता में उप विजेता का खिताब जीता था। उन्हें इस उपलिब्ध के लिए बिहार सरकार ने अवार्ड दिया।
रग्बी से सपना को मिले आठ लाख रुपये भारतीय रग्बी टीम का हिस्सा रही अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी मुजफ्फरपुर जिले की तुर्की निवासी सपना कुमारी को विशेष खेल सम्मान दिया गया। उन्हें आठ लाख 33 हजार 333 रुपये का चेक प्रदान किया गया। एशियन रग्बी अंडर-18 गर्ल्स चैम्पिनशिप में भारतीय टीम रनरअप रही थी। सपना इस टीम का हिस्सा रही थी। इसके अलावा कुढ़नी प्रखंड की अर्चना कुमारी, मनीषा कुमारी, उर्वशी कुमारी, सोनाली कुमारी, गुड़िया कुमारी, सन्नी कुमार, सुमित कुमार, शिवम कुमार, कुमारी ज्ञानश्री, संध्या कुमारी, विद्यानंद कुमार और हर्ष राज सम्मानित किए गए। इन खिलाड़ियों को 62,500 रुपये मिले।
नेशनल फुटबॉलर विजेता कुमारी सम्मानित
जुलाई में गुवाहाटी में आयोजित नेशनल सब-जूनियर बालिका फुटबॉल प्रतियोगिता में उप विजेता रही बिहार टीम की खिलाड़ी मुजफ्फरपुर की विजेता कुमारी भी सम्मानित की गई। उन्हें सर्टिफिकेट के अलावा 41 हजार 666 रुपये मिले। फुटबॉलर विजेता कुमारी कोच असगर हुसैन की देखरेख में शहीद खुदीराम खेल मैदान में अभ्यास करती है। फिलहाल विजेता इंदिरा गांधी महिला फुटबॉल से खेलती हैं।
Source : Hindustan