कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) की ओर से उम्र सीमा बढ़ाए जाने पर बिहार के हजारों छात्रों को फायदा होगा। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह की घोषणा के बाद परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों को नई ऊर्जा मिली है। परीक्षा की तैयारी कर रहे करीब 50 हजार युवाओं को इसका फायदा होने का अनुमान है। घोषणा के अनुसार इस बार वर्ष 2022 में जिन परीक्षाओं के विज्ञापन निकाले जाएंगे, उन नियुक्तियों में आयु निर्धारित करने के लिए महत्वपूर्ण तिथि एक जनवरी 2022 तय करने का फैसला किया गया है। सामान्य परिस्थितियों में इन नियुक्ति परीक्षाओं में आयु सीमा की गणना 1 अगस्त 2022 या 1 जनवरी 2023 से (टियर-2 एग्जाम के आयोजन के हिसाब से) होती है।
दरअसल, कोरोना की वजह से देशभर में कई परीक्षाओं के फॉर्म भरने में अभ्यर्थी दो वर्ष वंचित रह गए थे। इससे कई युवाओं की उम्र सीमा एसएससी की परीक्षाओं के लिए समाप्त हो गई थी। इसी को ध्यान में रखकर केन्द्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है।
महामारी के दौरान करीब 1.59 लाख लोगों को मिलीं सरकारी नौकरी
केंद्र सरकार ने बृहस्पतिवार को बताया कि कोविड-19 महामारी के पिछले दो वर्ष के दौरान करीब 1.59 लाख लोगों को सरकारी नौकरियां दी गईं। राज्यसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में केंद्रीय काͧर्मिक, लोक शिकायत तथा पेंशन राज्य मंत्री जितेन्द्र सिंह ने कहा, ”केंद्र सरकार में नियुक्तियां एक सतत प्रक्रिया है। केंद्रीय लोक सेवा आयोग (यूपीएससी), कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) और इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सोनेल सिलेक्शन (आईबीपीएस) कोविड-19 सुरक्षा से जुड़े नियमों का पालन करते हुए परीक्षाएं आयोजित कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 से 2022 के बीच कोविड-19 महामारी के दौरान यूपीएससी ने 8913, एसएससी ने 97,914 और आईबीपीएस ने 52,788 लोगों को नियुक्त किया।
Source : Hindustan