पिछले दो-तीन दशकों में प्राकृतिक जलस्रोतों का दोहन हुआ है। उन्हें नुकसान भी पहुंचाया गया है। उत्तर बिहार में तो तालाबों को सुनियोजित तरीके से सुखाकर उन पर कब्जा कर लिया गया। कहीं सब्जी मंडी बना ली गई तो कहीं पक्का निर्माण हो गया। यहां एक लाख आठ हजार, 211 एकड़ रकबे में फैले कुल […]