वो 2015 का साल था जब बिहार में विधानसभा चुनाव का कैम्पेन परवान चढ़ रहा था. उसी वक़्त तत्कालीन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू की तरफ से चुनावी कैम्पेन के लिए एक ऐसा स्लोगन लॉन्च किया गया. जो बिहार के बच्चे, बूढ़े, नौजवान सभी के जुबान पर बड़ी आसानी से उतर गया. तब 2015 […]