शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि राज्य के शिक्षकों को शराब पीने वालों को पकड़ने की जिम्मेवारी नहीं दी गई है। शिक्षा अधिकारियों को उनके माध्यम से नशामुक्ति के लिए जागरूकता फैलाने को कहा गया है। मंत्री शुक्रवार को विधान परिषद में प्रेमचन्द मिश्रा के अल्पसूचित प्रश्न का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार ने सभी जिम्मेवार नागरिकों से अपील की है कि नशामुक्ति के खिलाफ लोगों को जागरूक करें। शिक्षक भी इसमें शामिल हैं।
मंत्री के जवाब से असंतुष्ट डॉ. संजीव कुमार सिंह के साथ दूसरे सदस्यों ने भी इसे गंभीर बताया। साथ ही इस पत्र को वापस करने की मांग की। डॉ. सिंह ने विभाग के उस निर्देश को पढ़ा, जिसमें शिक्षकों को निर्देश दिया गया है। साथ ही सभापति अवधेश नारायण सिंह के कहने पर उसे सदन के पटल पर रखा।
बाद में मंत्री ने एक बार फिर कहा कि शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वह शिक्षा समितियों की बैठक बुलाकर लोगों को जागरूक करें। इन समितियों में सामाजिक लोग होते हैं। ऐसे सभी नागरिक को यह कहा गया है कि वह नशा करने वालों की जानकारी दें, उनकी पहचान गुप्त रखी जाएगी और नशा करने वाले पर कार्रवाई होगी।
Source : Hindustan