राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव चारा घोटाले के मुकदमों में फंसते ही जा रहे हैं, दूसरी तरफ उनके बड़े बेटे ने इस पूरे प्रकरण के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है। लालू यादव को शुक्रवार को यानी आज भागलपुर के बांका उप कोषागार से अवैध निकासी के मामले में पटना की सीबीआइ अदालत के सामने पेश होना है। डोरंडा कोषागार मामले सहित चारा घोटाले के कई मामलों में पहले ही उन्हें सजा हो चुकी है। इस बीच तेज प्रताप यादव ने ऐलान किया है कि वे अपने पिता को जेल से बाहर लाने के लिए न्याय यात्रा निकालेंगे।
न्याय यात्रा का 27 फरवरी को होगा आगाज : प्रताप
तेज प्रताप यादव ने पत्रकार वार्ता में कहा है कि सरकार अपनी गलत नीतियों का विरोध करने वालों को मुकदमों में फंसा रही है। उन्होंने सरकार पर तानाशाही करने का आरोप लगाया। कहा कि सरकार को छात्र, युवा, किसान और ग़रीब की जरा भी चिंता नहीं है। इस वर्ग को परेशान करने वाले काम लगातार किए जा रहे हैं। इसका विरोध करने पर ही ग़रीबों के नेता लालू यादव को चारा घोटाला में फंसा दिया गया है। तेज प्रताप ने कहा कि लालू को सजा पूरी तरह साजिश है।
राज्य के सभी जिलों का भ्रमण करेगा न्याय रथ
तेज प्रताप ने कहा कि सरकार भले लालू यादव को जेल में कैद कर दे, लेकिन उनकी विचारधारा को कैर करना संभव ही नहीं है। बिहार के लोगों के हृदय में लालू यादव की विचारधारा वास करती है। तेज प्रताप के सहयोगी प्रशांत यादव ने कहा कि लालू यादव को फंसाने के विरोध में जनशक्ति परिषद की न्याय यात्रा 27 फ़रवरी से शुरू होगी। छात्र जनशक्ति परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेज प्रताप यादव इस न्याय यात्रा को पटना से हरी झंडी दिखा कर रवाना करेंगे। इस यात्रा के तहत एक रथ पूरे राज्य का भ्रमण करेगा और लालू यादव के खिलाफ साजिश के बारे में लोगों को जागरूक करेगा।
रथ यात्राओं के विरोधी रहे हैं लालू यादव
लालू यादव ने एक वक्त लाल कृष्ण आडवाणी की रथ यात्रा रोक दी थी। आडवाणी को गिरफ्तार करते ही लालू चर्चा में आए थे। उन्होंने एक वक्त कहा था कि ऐसी रथ यात्राएं दंगे फैलाने और सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ने के लिए ही निकाली जाती हैं। उन्होंने बाद में भी कई मौकों पर भाजपा की रथ यात्राओं का विरोध किया था।
Source : Dainik Jagran