बिहार विधानसभा में नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी सरकार पर एक बार फिर करारा हमला बोला है. शुक्रवार को विधानसभा में अपने भाषण में तेजस्वी ने आरोप लगाया कि नीतीश सरकार का नेतृत्व एक ‘थके हुए’ मुख्यमंत्री कर रहे हैं और सरकार उनकी सहयोगी बीजेपी के द्वारा ‘रिमोट कंट्रोल’ के जरिये चलायी जाती है. आरजेडी नेता ने यह बात इस सप्ताह की शुरुआत में उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद द्वारा पेश किए गए बजट पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कही.
तेजस्वी यादव लगभग एक घंटे तक बोले और इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए बार-बार ‘थके हुए’ शब्द का इस्तेमाल किया. उन्होंने मुख्यमंत्री पर ‘वही दोहराने’ का आरोप लगाया ‘जो लोग सड़कों पर कहते सुने जा सकते हैं.’ वर्ष 2005 के बाद से अधिकांश समय बिहार पर शासन करने वाले एनडीए पर तंज कसते हुए तेजस्वी यादव ने सवाल किया कि राज्य में अभी भी 50 प्रतिशत से अधिक आबादी गरीबी रेखा से नीचे क्यों है. उन्होंने विशेष राज्य के दर्जे की बार-बार मांग करने के लिए भी नीतीश सरकार का मखौल उड़ाया और इस पर आश्चर्य जताया कि इसमें अड़चन क्यों है, जबकि मुख्यमंत्री की पार्टी जेडीयू केंद्र में भी बीजेपी नीत सरकार में भागीदार है.
नेता विपक्ष ने तंज कसते हुए सवाल किया, ‘आप किससे विशेष दर्जे की मांग कर रहे हैं? अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन या रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से?’ उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार राज्य के बजट में बढ़ोतरी और राज्य बजट के दो लाख करोड़ रुपये से अधिक का होने को लेकर ढिंढोरा पीट रहे हैं लेकिन परिव्यय का एक बड़ा हिस्सा अक्सर अप्रयुक्त रहता है.
विशेष राज्य के दर्जे की मांग को लेकर साधा निशाना
तेजस्वी यादव के ‘आरसीपी टैक्स’ शब्द कहने से जेडीयू के सदस्य नाराज हो गए. नेता विपक्ष इस शब्द का इस्तेमाल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी (आर.सी.पी सिंह) को संदर्भित करने के लिए करते रहे हैं जो वर्तमान में केंद्र में मंत्री हैं. जब जेडीयू के विधायकों ने इसका विरोध किया, तो तेजस्वी यादव ने जवाब दिया कि मैंने कोई नाम नहीं लिया है. मैंने कुछ भी असंसदीय नहीं कहा है. यदि आप भ्रमित हैं, तो मैं समझाता हूं कि आरसीपी से मेरा मतलब ‘रिजर्व’, ‘कमीशन’ और ‘प्रिवलेज’ है.
उन्होंने यह भी कहा कि वो मैं नहीं था जिसने सिर्फ एक पखवाड़े के भीतर पार्टी के खजाने में 100 करोड़ रुपये आने का दावा किया था. उनका इशारा परोक्ष तौर पर जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा के हालिया दावे की ओर था. (भाषा से इनपुट)