बिहार में सारण जिले के छपरा शहर स्थित भगवान बाजार थाना क्षेत्र अंतर्गत मंडलकारा अधीक्षक के आवास के समीप बीते पांच सितंबर की रात में बरेली के सराफा व्यवसायियों से एक किलो सोना एवं पांच लाख रुपये नकद लूटने वाले पुलिस की वर्दी में रहे लुटेरे असली पुलिस वाले थे। सारण पुलिस ने बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस (बीएसएपी) बल पांच एवं 14 के एक-एक जवान को गिरफ्तार कर सोना लूटकांड का उद्भेदन किया है।
दोनों फिलहाल पटना में पदस्थापित हैं
रविवार को एसपी संतोष कुमार ने बताया कि गिरफ्तार जवानों में बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस-पांच के शशिभूषण सिंह एवं 14 के पंकज परमार शामिल हैं। शशिभूषण आरा के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के भकुरा गांव निवासी सत्यनारायण सिंह का पुत्र है, जबकि पंकज परमार बक्सर जिले के मुरार थाना अंतर्गत आमसारी गांव निवासी श्रीनारायण सिंह का पुत्र है। दोनों फिलहाल पटना में पदस्थापित हैं। दोनों ने मिलकर बरेली के बारादरी थाना क्षेत्र के 99 रेसिडेंसी गार्डेन, स्टेडियम रोड निवासी व्यवसायी अभिलाष शर्मा को लूटा था। दोनों को पटना से गिरफ्तार कर छपरा लाया गया है।
कोलकाता के व्यवसायी से लूटकांड में संलिप्तता स्वीकार की
एसपी ने बताया कि शशिभूषण सिंह ने इस लूटकांड के अलावा गड़खा थाना क्षेत्र में 29 नवंबर 2021 की रात में कोलकाता के स्वर्ण व्यवसायी से लूटकांड में भी संलिप्तता स्वीकार की है। उसकी निशानदेही पर बरेली के व्यवसायी से लूटे गए 179.870 ग्राम सोने के जेवर एवं 101.22 ग्राम सोने की गुल्ली बरामद की गई। नकदी के बारे में उसने बताया कि उनलोगों ने आपस में बंटवारा कर पैसे खर्च कर दिए। एसपी ने बताया कि सिपाही शशिभूषण सिंह इस लूटकांड का मास्टर माइंड है। उसका लूटपाट करने वाले बदमाशों एवं लूट व चोरी के सोना खरीद-बिक्री करने वालों से संपर्क है। उन्होंने कहा कि पुलिस जल्द ही अन्य बदमाशों को गिरफ्तार कर जेल भेजेगी।
Source : Dainik Jagran