पटना. बिहार STF को बड़ी सफलता हाथ लगी है. एसटीएफ की टीम ने 2 अंतरराज्यीय हथियार तस्करों को गिरफ्तार करने का दावा किया है. इनके पास से बड़ी में विस्फोटक और हथियार बरामद किए गए हैं. इन तस्करों पर नक्सलियों और अपराधियों को हथियारों और विस्फोटकों की आपूर्ति करने का आरोप है. दोनों तस्कर दो अलग-अलग जिलों के रहने वाले बताए गए हैं. ये दोनों तस्कर सीमा सुरक्षा बल (BSF) के फर्जी पहचान पत्र को ढाल बनाकर हथियारों की तस्करी करते थे. इनके पास से नगालैंड और जम्मू-कश्मीर के फर्जी शस्त्र लाइसेंस भी बरामद किए गए हैं. फिलहाल एसटीएफ की टीम इन दोनों से अन्य जानकारी इकट्ठा करने की कोशिश में जुटी है.
जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार तस्करों की पहचान विक्की तिवारी और बिरमन तिवारी के तौर पर की गई है. विक्की तिवारी मूल रूप से भोजपुर जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के बड़ी समन वार्ड नंबर-7 का रहने वाला है. हथियारों की तस्करी करने का दूसरा आरोपी बिरमन तिवारी रोहतास जिले के नोखा का रहने वाला बताया जाता है. आरोप है कि दोनों हथियार तस्कर फर्जी तरीके से बीएसएफ का फर्जी परिचय पत्र बनाकर जम्मू-कश्मीर और नगालैंड से निर्गत शस्त्र लाइसेंस के आधार पर पंजाब और हरियाणा से हथियारों की खरीद करते थे और उसे बिहार के विभिन्न जिलों में नक्सलियों और अपराधियों को सप्लाई करते थे.
बड़ी मात्रा में हथियार और कारतूस बरामद
एसटीएफ की टीम ने इन हथियार तस्करों के पास से एक रेगुलर डीबीबीएल गन के अलावा 7.62 का रेगुलर पिस्टल बरामद किया है. इसके अलावा हथियार तस्करों के पास से 554 जिंदा कारतूस, एक मैगजीन, एक बीएसएफ का फर्जी आईकार्ड और नगालैंड एवं जम्मू-कश्मीर से निर्गत फर्जी आर्म्स लाइसेंस बरामद किया गया है. फिलहाल बिहार एसटीएफ के अधिकारी इन दोनों हथियार तस्करों से पूछताछ करने में जुटे हैं ताकि इनके पूरे नेटवर्क को खंगाला जा सके.
कहां से हासिल किया फर्जी दस्तावेज?
बिहार एसटीएफ के सूत्रों की मानें तो इस बात का पता लगाया जा रहा है कि इन तस्करों ने बिहार में किन-किन अपराधियों को अवैध तरीके से हथियारों की सप्लाई की है. इसके साथ ही यह भी पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि इन्होंने फर्जी दस्तावेज कहां से हासिल किए थे. हाल के दिनों में एसटीएफ द्वारा की जा रही यह बड़ी काररवाई मानी जा रही है.
Source : News18